एक दूसरे को मेरे नाम पर ही काट दो। एक दूसरे को मेरे नाम पर ही काट दो।
आज ईद पर हर दुखों को हर, मेरे भोले ने मुझे ईदी दी है। आज ईद पर हर दुखों को हर, मेरे भोले ने मुझे ईदी दी है।
तकदीर खुदा भगवान् से मिल जाने की आशिकी का जूनून होता। तकदीर खुदा भगवान् से मिल जाने की आशिकी का जूनून होता।
आज उन्ही माँ - पिता को बाहर का दरवाज़ा दिखा दिया जाता है आखिर क्यूँ आज उन्ही माँ - पिता को बाहर का दरवाज़ा दिखा दिया जाता है आखिर क्यूँ
अपने दामन में समेटे उसके दिल की आवाज़ के नगमे गुनगुनाते।। अपने दामन में समेटे उसके दिल की आवाज़ के नगमे गुनगुनाते।।
टूट तो हम धीरे-धीरे रहे थे... पर ज़िंदगी मे हम लड़ भी तो रहे थे.. टूट तो हम धीरे-धीरे रहे थे... पर ज़िंदगी मे हम लड़ भी तो रहे थे..